संदेश

मई, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गिलहरी की 5 शानदार शायरी | sachi shayeri

चित्र
  गिलहरी की 5 शानदार शायरी | sachi shayeri   गिलहरी पर शायरी: मासूमियत और फुर्ती की 5 शानदार शायरियाँ गिलहरी, एक नन्हा सा प्राणी जो फुर्ती, चंचलता और मासूमियत की पहचान है। कभी पेड़ों की डालियों पर दौड़ती है, तो कभी इंसानों के बीच अपनी छोटी-छोटी हरकतों से सबका मन मोह लेती है। गिलहरी पर शायरी लिखना एक अनोखा अनुभव है, क्योंकि यह हमें जीवन की छोटी-छोटी खुशियों की याद दिलाती है। Shayari 1: पेड़ों की राजकुमारी, उछलती कूदती शाखों पर वो छाई, गिलहरी की फुर्ती हर नज़र को भाई। छोटे-से तन में जैसे बिजली बसी हो, हर हरकत उसकी जैसे कविता रची हो। गिलहरी पर शायरी, पेड़ों की शायरी, जानवरों की शायरी Shayari 2: मासूम आँखों में जादू नन्हीं आँखों में जैसे कोई सपना, गिलहरी की मुस्कान, कितनी है अपना। छोटे हाथों से जब दाना उठाती है, जैसे खुदा की रहमत मुस्कराती है। मासूमियत की शायरी, जानवरों पर शायरी, गिलहरी कविता Shayari 3: बचपन की साथी, बचपन में अक्सर छत पर मिलती थी, गिलहरी हर सुबह दोस्ती सी लगती थी। हम रोटी डालते, वो झटपट खा जाती, बिना कहे हमारे दिल में उतर जाती। बचपन की यादें, गिलहरी दोस्ती शायरी, ...

नेवले जबरदस्त 5 शायरी | sachi shayeri

चित्र
नेवले जबरदस्त 5 शायरी | sachi shayeri   नेवले पर शायरी: फुर्ती, बहादुरी और स्वाभिमान की 5 जबरदस्त शायरियाँ प्रकृति ने हर जीव को कुछ अनोखी खूबियाँ दी हैं, और नेवला उनमें से एक है जो अपनी बहादुरी, तेज़ी और संघर्ष क्षमता के लिए जाना जाता है। सांप जैसे खतरनाक दुश्मन से टक्कर लेने का साहस रखने वाला नेवला न सिर्फ़ एक जानवर है, बल्कि हिम्मत और चालाकी का प्रतीक भी है। Shayari 1: जंगल का बहादुर योद्धा, जो डर को हराए, वो ही असली वीर है, नेवला जंगल का वो रणधीर है। सांप से भिड़ जाए बिना किसी खौफ के, उसके हौंसले को सलाम है साफ-साफ के। नेवला पर शायरी, बहादुर जानवर शायरी, जंगल का योद्धा Shayari 2: चालाकी की मिसाल, छोटा-सा शरीर, पर दिमाग है तेज़, नेवले की चाल में होती है एक रेज़। जहां कोई हार मान ले, वहां ये जीत पाता है, दुश्मन को मात देकर भी मुस्कराता है। नेवले की चालाकी, चालाक जानवर शायरी, प्रेरणादायक शायरी Shayari 3 फुर्ती में सबसे आगे, नेवला जब दौड़े, हवा भी रुक जाती है, उसकी फुर्ती देखकर ज़मीन हिल जाती है। सांप की फुफकार भी उसे न रोक पाए, जो ठान ले जीतना, हार वहाँ न आए। फुर्तीला जानवर, न...

ओंठ शायरी | इश्क की खामोश जुबान | sachi shayeri

चित्र
  ओंठ शायरी | इश्क की खामोश जुबान | sachi shayeri  ओंठ, इश्क की सबसे नाज़ुक और सबसे बोलती हुई ज़ुबान होते हैं। जब आँखें बोलना भूल जाएं, तब ओंठ अपने ही अंदाज़ में मोहब्बत बयान कर जाते हैं। यहाँ हम आपके लिए 5 शानदार होंठ शायरी लेकर आए हैं, जो दिल को छू जाएंगी। Shayari 1: तेरे ओंठों की खामोशी कुछ कहती है, तेरे ओंठों की खामोशी में इक राज़ छुपा है, हर लफ़्ज़ बिना बोले ही दिल तक पहुँचा है। लबों पर तेरे जो हँसी की चुप्पी है, वो सुकून बनकर मेरे दिल में बसा है। > इस ओंठ शायरी में मोहब्बत की वो खामोशियाँ हैं, जो शब्दों से नहीं, सिर्फ एहसास से महसूस होती हैं। Shayari 2: तेरे होंठों की लाली पे लुटा दूँ ज़िन्दगी, तेरे होंठों की लाली पे लुटा दूँ ज़िन्दगी, इन ओंठों से ही तो शुरू होती है बंदगी। तेरी मुस्कान का असर कुछ ऐसा है सनम, जैसे सहर में पहली दुआ हो मेरी कलम। >  की दृष्टि से यह शायरी उन लोगों को आकर्षित करेगी जो "होंठों की तारीफ की शायरी" खोजते हैं। Shayari 3: ओंठ जो ना बोले, वो आँखें कह गईं, ओंठ कुछ कह ना सके, मगर निगाहें पढ़ गईं, तेरी चुप्पी में भी मोहब्बत की कहानी बह गई। हो...

बचपन के कंचे और वो रंगीन सपना | Sachi shayeri

चित्र
  बचपन के कंचे और वो रंगीन सपना | Sachi shayeri   Shayari 1: बचपन के कंचे और वो रंगीन सपना,  बचपन की शायरी, कंचों की शायरी काँच के टुकड़ों में भी जादू नजर आता था, हर कंचा जैसे कोई सपना सजाता था। बचपन की गलियों में जब हम खेला करते थे, हर हार में भी कोई जीत नजर आता था। Shayari 2: मिट्टी में सजे वो कंचों के मेले  बचपन की यादें, कंचे और दोस्ती मिट्टी से सजी थी कंचों की दुकान, हर दांव पर जुड़ा था बचपन का जहान। कभी जीत कर खुश होते, कभी हार कर रोते, पर उस खेल में सबसे प्यारी होती थी दोस्ती की जान। Shayari 3: बचपन और कंचे – एक अधूरी कहानी कंचों की कविता, बचपन की मासूमियत न सवाल थे, न जवाब की चिंता, बस कंचों की मार और जीत की हिंमत। आज भी मन करता है लौट चलें वहीं, जहाँ थी बचपन की वो अधूरी सी जिन्दगी। Shayari 4: कंचों के खेल में बसी थी दुनियादारी बचपन का खेल, नॉस्टेल्जिक शायरी चांद जैसे कंचे, सूरज जैसी जीत, उस छोटे से खेल में छिपी थी बड़ी रीत। ना लालच, ना स्वार्थ, बस दोस्ती का खजाना, हर शाम कंचों के संग होता था अफसाना। Shayari 5: आज भी दिल ढूँढे वो बचपन के कंचे बचपन की तलाश, पु...

मजेदार चूहे की शायरी हिंदी | sachi shayeri

चित्र
  मजेदार चूहे की शायरी हिंदी | sachi shayeri  अगर आप कुछ अलग और मजेदार पढ़ना चाहते हैं तो पेश है चूहे की शायरी – जो न सिर्फ बच्चों को पसंद आएगी, बल्कि बड़ों को भी हँसी का तड़का देगी। इन शायरियों में चूहे की शरारत, चालाकी और घर में उसकी धमाचौकड़ी को मज़ाहिया अंदाज़ में प्रस्तुत किया गया है। Shayari 1: चूहे की चालाकी, छोटा सा चूहा, बड़ा सयाना, किचन में करता रोज़ बहाना। कभी दाल में, कभी चावल में घुसे, मम्मी बोले – अब तो जाल बिछाना। चूहे की शायरी, मजेदार चूहा शायरी, funny chuha quotes Shayari 2: रात का मेहमान, रात को आता, दिन में छुप जाता, हर कोने में अपना घर बनाता। मम्मी के हाथ से बचकर निकले, और बिस्कुट का पूरा पैकेट चट कर जाता। chuha ki masti shayari, rat ka chuha, hindi funny shayari Shayari 3: चूहा और पनीर, पनीर दिखा नहीं कि आँख चमके, चूहे की तो भूख ही दमके। बिल्ली भी बोले – ये तो महारथी है, जो पिंजरे से भी बच निकले, वही चूहा असली खिलाड़ी है। chuha aur paneer shayari, clever chuha poem, chuha jokes in hindi Shayari 4: चूहा बना किचन का राजा, रसोई में चलता उसका राज, हर चीज़ पर व...

मुर्गे की सच्ची शायरी | sachi shayeri

चित्र
  मुर्गे की सच्ची शायरी | sachi shayeri  गाँव की सुबह से लेकर प्लेट तक की कहानी अगर आप मुर्गे की शायरी ढूंढ रहे हैं जो दिल को गुदगुदाए और सोचने पर मजबूर कर दे, तो आप बिलकुल सही जगह आए हैं। नीचे दी गई 5 शायरी हास्य और व्यंग्य से भरपूर हैं, जो मुर्गे के अलग-अलग रूपों को दर्शाती हैं – कभी बाग में बांग देता, कभी हलाल की दुकान पर इंतजार करता, तो कभी बच्चों का खिलौना बनता। Shayari 1: गाँव की सुबह और मुर्गा, सुबह-सुबह बांग देता, पूरे गाँव को जगाता, खुद नींद से उठे नहीं, पर सबको अलार्म बनाता। मुर्गा बोले, "भाई मैं तो बस ड्यूटी करता हूँ", गाँव बोले, "तेरे बिना तो सूरज भी नहीं निकलता"। मुर्गे की शायरी, गाँव की शायरी, सुबह की शायरी Shayari 2: मोहब्बत और मुर्गा, एक मुर्गी पे आया दिल, मुर्गा बेचारा पिघला, डांस किया, चूजा बना, पर मुर्गी फिर भी ना बदला। बोली, "तेरे पंख तो ठीक हैं, पर तेरा स्टाइल नहीं", मुर्गा बोला, "मोहब्बत में सब चलता है, बस दिल साफ चाहिए"। मुर्गे की शायरी, लव शायरी, हास्य शायरी Shayari 3: शहर का मुर्गा, शहर आया मुर्गा गाँव से, फैशन में हो गया...

रोमांटिक बादल शायरी | sachi shayeri

चित्र
  रोमांटिक बादल शायरी | sachi shayeri  Shayeri 1: रोमांटिक बादल शायरी, बादल भी आज कुछ खास बात करते हैं, तेरे ज़िक्र पे बरसात की शुरुआत करते हैं। तेरी यादों की नमी जब भी आती है, ये घटाएं चुपके से मुझे तेरे पास करती है। यह रोमांटिक शायरी प्रेम और बादल के बीच के रिश्ते को दर्शाती है – "रोमांटिक बादल शायरी" की तलाश करने वालों के लिए उत्तम। Shayeri 2: उदासी में डूबा बादल, कुछ बादल दिल के हाल बताते हैं, चुपचाप आकर आँसू बरसाते हैं। जैसे मेरी तन्हाई को वो समझते हों, हर बार बिना कहे ही साथ निभाते हैं। यह शायरी "उदासी पर बादल शायरी" के लिए उपयोगी है, जो भावुक पाठकों से जुड़ती है। Shayeri 3: प्रेरणादायक बादल शायरी, बादल भले ही सूरज को ढक लेते हैं, पर रोशनी को कभी रोक नहीं सकते। मुसीबतें चाहे जितनी भी गहरी हों, हौसले वाले हार नहीं मानते। "प्रेरणादायक शायरी", "बादल और सूरज शायरी" जैसे कीवर्ड के लिए ये शायरी उपयुक्त है। Shayeri 4: मौसम और बादल की शायरी बादल आए तो मौसम में मिठास घुल गई, हवा भी कुछ नरम सी होने लगी। हर कोना खुशबू से भर गया यूं, जैसे कुदरत ने दिल ...

पहली बारिश की शायरी | sachi shayeri

चित्र
  पहली बारिश की शायरी | sachi shayeri Shayeri 1: पहली बारिश की शायरी – जब यादें भीग जाती हैं बरसात आई तो तेरा ख्याल आ गया, छत की टपकती बूंदों में एक सवाल आ गया। वो पहली बारिश, वो तेरी मुस्कान, हर बूंद में तेरा ही जिक्र खास आ गया। > यह पहली बारिश की शायरी उन लोगों के लिए है जो अपने अतीत की मोहब्बत को बारिश के मौसम में याद करते हैं। Shayeri 2: रोमांटिक बारिश शायरी – जब प्यार भी भीग जाता है बारिश की बूंदों में भीगते रहे हम, तेरे ख्यालों में खोते गए हम। हर बूँद तेरी आहट सी लगी, इस मौसम में फिर से मोहब्बत हो गई हम। > यह रोमांटिक बारिश शायरी उन प्रेमियों के लिए है जो इस सुहाने मौसम में प्यार की मीठी यादें ताजा करना चाहते हैं। Shayeri 3: उदासी भरी बरसात की शायरी – जब तन्हाई बोलती है बाहर बारिश है, अंदर सन्नाटा, दिल में तूफान है, चेहरे पर मुस्कान का नाटक। बूँदें कहती हैं तू पास नहीं, और ये दिल कहता है तू कहीं आसपास ही है। > यह शायरी उन लोगों के लिए है जो बारिश के मौसम में अकेलेपन और तन्हाई को महसूस करते हैं। Shayeri 4: दोस्तो वाली बारिश शायरी – जब यादें हँसा देती हैं बारिश आई और ह...

छिपकली की मजेदार और डरावनी शायरियाँ | Lizard Shayari in Hindi | Sachi shayeri

चित्र
  छिपकली की मजेदार और डरावनी शायरियाँ | Lizard Shayari in Hindi | Sachi shayeri छिपकली शायरी, मजेदार शायरी छिपकली पर, डरावनी शायरी हिंदी में, Lizard Shayari, Hindi Shayari on Chhipkali hai Shayeri 1: छत पे बैठी छिपकली की नज़र छत पे बैठी छिपकली ने कुछ यूँ देखा, जैसे मेरी नींदों का सौदा कर लिया हो। मैंने मुँह फेर लिया डर के मारे, उसने पंखे पर भी कब्जा कर लिया हो। यह शायरी "डरावनी शायरी छिपकली पर" के अंतर्गत आती है और इसमें छिपकली के डरावने अंदाज़ को दर्शाया गया है। Shayeri 2: छिपकली की चाल और मेरे हाल छिपकली की चाल कुछ ऐसी चली, जैसे दीवारों पर मोहब्बत की कहानी लिखी हो। मैंने सोचा उसे भगाऊँ, पर क्या करूँ, मेरी बहादुरी ने खुद ही मुँह छुपा ली हो। "मजेदार शायरी छिपकली पर" की श्रेणी में यह शायरी छिपकली की हरकतों को हल्के-फुल्के अंदाज़ में दिखाती है। Shayeri 3: मोहब्बत और छिपकली – दोनों का डर मोहब्बत में धोखा खाया था पहले, अब छिपकली ने घर में डेरा जमाया है। किससे डरूँ पहले ये समझ न आए, एक दिल में बसती है, एक दीवारों पर समाया है। यह शायरी रोमांटिक डर और "छिपकली के डर...

रौशनी का राजा बल्ब | sachi shayeri

चित्र
  रौशनी का राजा बल्ब | sachi shayeri  Shayeri 1: रौशनी का योद्धा - 500 वॉट का बल्ब, अंधेरे से लड़ने चला, एक छोटा सा बल्ब, 500 वॉट की ताकत लिए, बना उजालों का बल्द। हर कोने में जब साया घना, रौशनी बनकर उभरा ये चना। दीवारें मुस्काईं, छत ने ली राहत, बिजली की नन्ही लौ से, मिटा अंधकार की आहत। ये बल्ब नहीं सिर्फ एक यंत्र है, ये उम्मीद है, जो हर रात को संवारता है। बल्ब, 500 वॉट बल्ब, रौशनी, ऊर्जा, अँधेरा Shayeri 2: बल्ब की जुबानी - उजाले की कहानी, कभी किसी कमरे में अँधेरा था, एक 500 वॉट का बल्ब आया, और सवेरा था। छोटे से सर्किट में समाई ऊर्जा की नदी, जिसने रोशन की हर कोठरी और गली। जब भी थक जाओ अंधेरों से, एक बल्ब भरोसेमंद साथ है रास्तों में। कम वोल्टेज में भी दे बेहतर रौशनी, ये बल्ब है, बिजली का सच्चा साथी। बल्ब शायरी, 500 वॉट बल्ब, रौशनी की ताकत, बिजली बचत Shayeri 3  उजाला बिखेरता बल्ब, बचपन में दादी की कहानियाँ भी बल्ब के नीचे ही थीं, वो पीली-सी रौशनी, जिसमें सपनों की बीज बोई थीं। आज 500 वॉट का बल्ब जल रहा है, हर अंधेरी राह पर उजाला चल रहा है। ये सिर्फ एक उपकरण नहीं, ये ज़िंदगी क...

कपड़ा प्रेस पर शायरी | इस्त्री की अहमियत पर 5 बेहतरीन शायरियाँ | sachi shayeri

चित्र
  कपड़ा प्रेस पर शायरी | इस्त्री की अहमियत पर 5 बेहतरीन शायरियाँ | sachi shayeri  कपड़ा प्रेस यानी इस्त्री करना न केवल एक रोजमर्रा का काम है, बल्कि यह हमारे पहनावे और व्यक्तित्व का भी आईना होता है। जब कपड़े झुर्रियों से मुक्त होकर एकदम सलीके से सामने आते हैं, तो आत्मविश्वास खुद-ब-खुद झलकता है। यहाँ हम पेश कर रहे हैं 5 बेहतरीन कपड़ा प्रेस शायरी जो कपड़ों की चमक और इस्त्री करने वाले की मेहनत को खूबसूरती से बयां करती हैं। Shayeri 1: प्रेस की गर्मी में छिपा है सलीका, झुर्रियों को मिटा कर जो सलीका लाए, वो गर्मी नहीं, एक फनकार की अदा कहलाए। हर क्रीज़ में मेहनत की छाप होती है, कपड़ा प्रेस नहीं, ये इज्ज़त की बात होती है। कपड़ा प्रेस, कपड़े की झुर्रियाँ, इस्त्री की अहमियत Shayeri 2: इस्त्री से निकलता है व्यक्तित्व का नूर, कपड़े की तहों में जब चमक आती है, शख्सियत की भी तस्वीर निखर जाती है। इस्त्री सिर्फ लोहा नहीं है गरम, ये तो अंदाज़-ए-जीस्त की पहली शरम। इस्त्री शायरी, कपड़े की देखभाल, व्यक्तित्व और पहनावा Shayeri 3  प्रेस वाले की मेहनत का सम्मान, वो सुबह से शाम तक लोहा तपाता है, ह...

छाते की शायरी | Umbrella Shayari in Hindi | sachi shayeri

चित्र
  छाते की शायरी | Umbrella Shayari in Hindi | sachi shayeri  यहाँ छाते ( Umbrella ) पर आधारित 5 शायरी दी जा रही हैं, जो भावनात्मक, रोमांटिक और प्रेरणात्मक अंदाज़ में लिखी गई हैं। इन शायरियों को फ्रेंडली रूप में तैयार किया गया है, ताकि ये "छाते पर शायरी", "बारिश और छाता शायरी", " romantic umbrella shayari " जैसे कीवर्ड्स के लिए उपयुक्त हों। Shayeri 1: बारिश और छाते की शायरी, छाता साथ हो तो बारिश का डर नहीं होता, तेरा साथ हो तो कोई सफर अधूरा नहीं होता। बूँदें गिरें या आँधियाँ आएं, जो हाथ थाम ले, वही हमसफ़र कहलाए। बारिश में छाता शायरी, romantic umbrella shayari, बारिश का मौसम शायरी Shayeri 2: प्यार और छाते पर शायरी, छतरी तो एक बहाना है, भीगना तो दिल चाहता है, तेरे साथ खड़ा रहूं, यही हर मौसम कहता है। छाते के नीचे जब तू पास होती है, बारिश भी इश्क़ की मिठास होती है। प्यार में छाता शायरी, romantic shayari in rain, छाते की रोमांटिक शायरी Shayeri 3  अकेलेपन पर छाता शायरी, इस शहर में हर कोई छाता लिए फिरता है, लेकिन दिल अब भी भीगने से डरता है। कुछ यादें हैं जो बारिश ...

नमक पर हिंदी शायरी | Salt poetry in Hindi | Sachi shayeri

चित्र
नमक पर हिंदी शायरी | Salt poetry in Hindi | Sachi shayeri    Shayeri 1:  ज़िंदगी का नमक "बिना नमक के हर पकवान अधूरा है, जैसे बिना संघर्ष के जीवन भी अधूरा है। छोटा सा है, मगर स्वाद बड़ा देता है, नमक हर रिश्ते में भी मिठास घोल देता है।" नमक पर शायरी, ज़िंदगी और नमक, जीवन में नमक का महत्व Shayeri 2: नमक की औकात "कभी-कभी छोटा होना भी बड़ी बात होती है, नमक दिखता कम है, मगर हर स्वाद की शुरुआत होती है। घमंड मत करना शक्कर की मिठास पर, नमक ना हो तो मिठास भी बेरंग होती है।" नमक की अहमियत शायरी, नमक बनाम शक्कर शायरी, नमक पर गहरी शायरी Shayeri 3: रिश्तों में नमक "रिश्तों की दाल भी फीकी लगती है, जब नमक सा प्यार नहीं होता। थोड़ी सी नोंकझोंक ज़रूरी है हर रिश्ते में, इसी में तो असली स्वाद छिपा होता।" रिश्तों में नमक शायरी, प्यार में नमक शायरी, नमक और रिश्ते शायरी Shayeri 4: नमक और सच्चाई "नमक की तरह सच्चाई भी चुभती है, मगर झूठ की तरह कभी मिठास नहीं देती। सादा हो जीवन, नमक जैसा हो, जो हर जगह फिट हो, मगर दिखावा ना हो।" सच्चाई शायरी, नमक जैसा जीवन, नमक और ईमानदारी ...

घड़ी की रियल जिंदगी की शायरी | Timepiece on hindi shayari | sachi shayeri

चित्र
  घड़ी की रियल जिंदगी की शायरी | Timepiece on hindi shayari | sachi shayeri Shayeri 1:  वक़्त की कहानी "घड़ी की सुई बताती है समय की चाल, जो समझ गया, वही बना बेमिसाल। वक़्त की कद्र जो करता है सही, उसकी जिंदगी चलती है हमेशा सही।" वक़्त की शायरी, टाइमपीस शायरी, समय पर शायरी Shayeri 2: घड़ी और यादें "कलाई पर बंधी घड़ी हर पल कुछ कहती है, कभी हँसी, कभी आँसू की यादें बहती हैं। हर टिक-टिक में छुपा है कोई पल पुराना, घड़ी है, मगर इसमें बसा है एक ज़माना।" यादों की घड़ी शायरी, क्लासिक वॉच शायरी, मेमोरी टाइम शायरी Shayeri 3: टाइम की वैल्यू "समय की कीमत वही समझे जो खो देता है, हर बीती घड़ी फिर लौटकर नहीं आता है। टाइमपीस सिर्फ वक्त नहीं दिखाता, ये जीवन का फलसफा भी समझाता।" समय का महत्व शायरी, टाइम की कद्र शायरी, टाइम मैनेजमेंट शायरी Shayeri 4:  कलाई की शोभा "घड़ी नहीं, ये मेरी शान है, हर आउटफिट में इसकी पहचान है। ब्रांडेड वॉच से बढ़ती है स्टाइल की बात, मेरी घड़ी है मेरी खास सौगात।" स्टाइलिश वॉच शायरी, ब्रांडेड टाइमपीस शायरी, घड़ी फैशन शायरी Shayeri 5: वक़्त की ...

मासूम बच्चों पर शायरी | Shayari on Innocent Kids | sachi shayeri

चित्र
  मासूम बच्चों पर शायरी |Shayari on Innocent Kids | sachi shayeri मासूम बच्चों पर शायरी – बच्चों की मुस्कान में बसी है जन्नत बच्चे ईश्वर का दिया हुआ सबसे खूबसूरत तोहफा होते हैं। उनकी मासूम मुस्कान, नादान बातें और शरारतें हर किसी के चेहरे पर मुस्कान ला देती हैं। इस पोस्ट में हम पेश कर रहे हैं मासूम बच्चों पर 5 खूबसूरत शायरियाँ (Shayari on Innocent Kids), जो बच्चों की मासूमियत और सादगी को बयां करती हैं। Shayeri 1: बच्चों की हँसी पर शायरी, बच्चों की मुस्कान शायरी वो खिलखिलाते हैं बिना किसी वजह, जैसे हर ग़म से हैं बहुत दूर, बच्चों की हँसी में छुपा है सुकून, जैसे मिल गया हो कोई नूर। बच्चों की मुस्कान किसी दवा से कम नहीं होती। जब कोई बच्चा हँसता है, तो लगता है जैसे पूरी दुनिया रोशन हो गई हो। Shayeri 2: मासूम बच्चों पर शायरी, ना दिल में बुराई, ना आँखों में छल, हर बात में दिखे सच्चाई का जल, ये मासूम बच्चे हैं जैसे फूलों के संग, जिनकी दुनिया है एक सपनों का रंग। बच्चों की मासूमियत इतनी गहरी होती है कि उसमें खुदा की झलक दिखाई देती है। उनकी आँखों में दुनिया का सबसे प्यारा सच छिपा होता है। Sha...