छिपकली की मजेदार और डरावनी शायरियाँ | Lizard Shayari in Hindi | Sachi shayeri
छिपकली की मजेदार और डरावनी शायरियाँ | Lizard Shayari in Hindi | Sachi shayeri
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Shayeri 1:
छत पे बैठी छिपकली की नज़र
छत पे बैठी छिपकली ने कुछ यूँ देखा,
जैसे मेरी नींदों का सौदा कर लिया हो।
मैंने मुँह फेर लिया डर के मारे,
उसने पंखे पर भी कब्जा कर लिया हो।
यह शायरी "डरावनी शायरी छिपकली पर" के अंतर्गत आती है और इसमें छिपकली के डरावने अंदाज़ को दर्शाया गया है।
Shayeri 2:
छिपकली की चाल और मेरे हाल
छिपकली की चाल कुछ ऐसी चली,
जैसे दीवारों पर मोहब्बत की कहानी लिखी हो।
मैंने सोचा उसे भगाऊँ, पर क्या करूँ,
मेरी बहादुरी ने खुद ही मुँह छुपा ली हो।
"मजेदार शायरी छिपकली पर" की श्रेणी में यह शायरी छिपकली की हरकतों को हल्के-फुल्के अंदाज़ में दिखाती है।
Shayeri 3:
मोहब्बत और छिपकली – दोनों का डर
मोहब्बत में धोखा खाया था पहले,
अब छिपकली ने घर में डेरा जमाया है।
किससे डरूँ पहले ये समझ न आए,
एक दिल में बसती है, एक दीवारों पर समाया है।
यह शायरी रोमांटिक डर और "छिपकली के डर" को जोड़ती है, जिससे यह "छिपकली डर शायरी" के अंतर्गत रैंक हो सकती है।
Shayeri 4:
छिपकली का प्रेम पत्र
दीवार पर बैठी छिपकली ने लिखा इक ख़त,
शायद मुझसे मोहब्बत का इज़हार किया।
मैंने डर से वो खत पढ़ा भी नहीं,
बस चप्पल उठा के इनकार किया।
हास्य शैली में लिखी गई यह शायरी "Lizard Shayari Funny Hindi" के लिए SEO ऑप्टिमाइज़्ड है।
Shayeri 5:
रात और छिपकली का मिलन
रात आई तो नींद आई नहीं,
छत पर छिपकली दिखी और हिम्मत बची ही नहीं।
मैंने कम्बल में खुद को छुपा लिया,
वो बोली – 'मैं तो दीवार पर हूँ, डर क्यों पिया?'
रात, डर और छिपकली का कॉम्बिनेशन इसे "डरावनी शायरी हिंदी में" की सूची में शामिल करता है।
निष्कर्ष (Conclusion):
छिपकली हमारे घरों की आम मेहमान है, लेकिन उसके डर से जुड़े मजेदार और हास्यप्रद पल हर किसी के साथ होते हैं। इन शायरियों में उस डर को हँसी में बदलने की कोशिश की गई है। अगर आपको यह "छिपकली शायरी" पसंद आई हो, तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और और भी मजेदार कंटेंट के लिए जुड़े रहें।
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