झाड़ू से होती है सुबह की शुरुआत - sachi shayeri

 झाड़ू से होती है सुबह की शुरुआत - sachi shayeri


 Shayeri 1:

झाड़ू से होती है सुबह की शुरुआत, साफ़-सफ़ाई से मिलती है राहत। घर का कोना-कोना चमक जाए, नेगेटिव ऊर्जा खुद भाग जाए। झाड़ू है लक्ष्मी का आशीर्वाद, रखो इसे सदा अपने साथ।


Shayeri 2:

झाड़ू है घर की सच्ची शान, सफाई से बढ़े घर का मान।

मिट्टी-धूल हो या अशुभ बात, झाड़ू करे सबका अंत रात।

स्वच्छता में बसी है बरकत, झाड़ू लाए सुख-समृद्धि की रजत।


Shayeri 3:

झाड़ू से चमकता है घर का भाग्य, हर दिन की शुरुआत हो जैसे यज्ञ। धूल हटे, रोग मिट जाए, सकारात्मक ऊर्जा संग आए। झाड़ू से घर को मिले प्यारा रूप, जैसे मंदिर में बसा हो भूप।


Shayeri 4:

झाड़ू नहीं बस एक औज़ार, ये है घर का पहरेदार।

साफ़ घर में लक्ष्मी का वास, गंदगी दूर करे हर आस।

नियम से रोज़ सफाई करो, घर को स्वर्ग सा सजाओ ज़रूर।


Shayeri 5:

झाड़ू से मिलती है ताजगी, हर कोना कहे कहानी साफ़गी।

सुबह की पूजा, सफाई से पहले, कृपा बरसे भगवान के मेले।

झाड़ू है घर की पहचान, साफ-सुथरे घर में बसी जान।


हेलो दोस्तों आपको अगर शायरी पसन्द आई हो तो शेयर करें धन्यवाद 🙏 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मुर्गे की सच्ची शायरी | sachi shayeri

मजेदार चूहे की शायरी हिंदी | sachi shayeri

घड़ी की रियल जिंदगी की शायरी | Timepiece on hindi shayari | sachi shayeri