मां से जुडी 5 शायरी। 2025
मां से जुडी 5 शायरी। 2025
1. शायरी-
मां की ममता का कोई मोल नहीं,
उसके आंचल का कोई रोल नही।
हर दर्द को वो हंसी में छुपा लेती है,
दुआ बनकर हर मोड़ पर साथ चलती है।
2. शायरी-
चांदनी रातों में जो सुकून मिलता है,
मां के आंचल से ही वो नसीब होती है।
दुनिया की भीड़ में जो कहीं खो ना जाएं,
मां का प्यार ही तो वो रास्ता देखता है।
3. शायरी-
थक जाऊं जब जिंदगी की राहों में,
मां की आवाज सुकून देती है।
उसके बिना सब कुछ अधूरा सा लगे,
वो खुदा नहीं पर खुदा से कम भी नहीं।
4. शायरी-
मां है तो हर ग़म आसान लगता है,
उसकी मुस्कान में ही आसमान लगता है।
दुआओं की छांव में हर मंजिल पास है,
मां के बिना ये जहां भी उदास है।
5. शायरी-
नर्म हाथों का वो साया चाहिए,
हर दर्द में बस मां का नाम चाहिए।
रब से बस यही दुआ है मेरी,
हर जनम में मुझे मां का प्यार मिल जाए।
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दानेवाद 🙏
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